गाजियाबाद पुलिस के जिहादी प्रेम व प्रभावी मानसिकता के खिलाफ बड़े आंदोलन की आवश्यकता-अनिल यादव (छोटे नरसिंहानंद)

गाज़ियाबाद। शिवशक्ती धाम डासना में आज रविवार को गाजियाबाद के हिन्दूवादी संगठनों की बैठक की गई। बैठक में 20 से ज्यादा हिन्दूवादी संगठनों के पदाधिकारी पहुंचे। बैठक का विषय मुख्य रूप से गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस और प्रशासन की हिन्दू विरोधी कार्यप्रणाली रही। 

जिस प्रकार गाजियाबाद में जिहादियों के मनसूबे जो लगातार बढ़ते जा रहे है और वो लगातार हिन्दू समाज की बच्चियों को निशाना बना रहे हैं, उसमें गाजियाबाद कमिश्नरेट की पुलिस की भूमिका स्पष्ट रूप से जिहादियों के साथ नजर आ रही है तथा पुलिस द्वारा हिंदूवादियों को ही टारगेट किया जा रहा है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो बेटियों का घर से निकलना दूभर हो जाएगा। गाजियाबाद पुलिस टारगेट करके हिंदूवादियों पर ही कार्यवाही कर रही है। हिन्दू बच्चियों के साथ बर्बरता और घिनौने अपराध करने वाले जिहादियों को गाजियाबाद कमिश्नरेट की पुलिस बचा रही है। गाजियाबाद के कई थाना क्षेत्रों में इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इस तरह की घटनाएं सबसे ज्यादा लोनी क्षेत्र में हो रही हैं और पुलिस जिहादियों के खिलाफ कोई कार्रवाई तक नहीं कर रही। इससे पीड़ित हिन्दू परिवार दहशत के साये में जीने के मजबूर हो रहे हैं। हिन्दू घरों की बच्चियां घर से निकलने में डर रही हैं। कई बच्चियां तो पढ़ाई तक छोड़कर घरों में कैद हो गई हैं। ऐसे में सभी हिंदूवादियों ने एक साथ बैठकर आगे की रणनीति तय की है।

धर्मरक्षक संगठन के अध्यक्ष सुभाष बजरंगी ने कहा कि वह योगी आदित्यनाथ के मिशन से पिछले तीन दशकों से जुड़े हैं और उनके निर्देशन में बहुत काम भी किया है। हिन्दू समाज ने प्रदेश में धुर हिन्दू विरोधी सरकारों को भी सहन किया है। ऐसी सरकारों के कार्यकाल में मंदिरों में घंटियां बजाने और आरती करने पर भी रोक लगा दी जाती थी। मंदिरों से लाऊड स्पीकर उतरवाने का काम भी हिन्दू विरोधी जिहादी प्रेमी सरकारों ने किया। ऐसी सरकारों के दौरान हिन्दुओं का हर तरह से उत्पीड़न किया गया था और जिहादियों को खूब बढ़ावा दिया गया था। जिहादियों के खिलाफ मुकदमे तक दर्ज नहीं होते थे। अब प्रदेश में पहली बार हिन्दुओं की बात करने वाली सरकार आई है। योगी सरकार आने से हिन्दुओं में भय का माहौल खत्म हुआ था, लेकिन स्थानीय पुलिस योगी सरकार के निर्देशों का पालन नहीं कर रही है। यदि पुलिस अपना कार्य निष्पक्षता से नहीं करती है तो  गाजियाबाद में जिहादियों को बचाने और हिन्दूवादी नेताओं का उत्पीड़न करने वाले सारे मामलों की फाइल लेकर हजारों लोगों के साथ हिन्दूवादी संगठन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में जाएंगे। वहीं, अनिल यादव (छोटे नरसिंहानंद) ने कहा कि उत्तर प्रदेश में नाथ संप्रदाय के योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार है। योगी सरकार हिन्दुओं की रक्षा के लिए कटिबद्ध है और प्रदेश में अपराधियों के खात्मे के लिए लगातार काम कर रही है। योगी सरकार के कार्यकाल के दौरान अपराधी किसी भी धर्म, संप्रदाय और जाति का हो, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होती है। गाजियाबाद में लगातार बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए ही गाजियाबाद को कमिश्नरेट बनाया गया था, लेकिन कमिश्नरेट की पुलिस योगी सरकार के अनुकूल कार्य नहीं कर रही है। गाजियाबाद कमिशनरेट की पुलिस एक ही जैसे मामलों को प्रत्येक सर्किल में अलग अलग तरह से निपटाती है और टेक्निकल तौर पर जिहादी अपराधियों को मदद पहुंचाने का कार्य करती है। गाजियाबाद कमिश्नरेट की पुलिस निरंकुश हो रही है। पुलिस हिन्दूवादी नेताओं पर कठोर कार्रवाई कर रही है जबकि जिहादी मानसिकता वाले लोगों के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई करने से बच रही है। हिन्दूवादी नेताओं को बिना किसी अपराध के परेशान किया जा रहा है, छोटे अपराधों में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करके जेल भेजा जा रहा है, जबकि जिहादियों द्वारा बड़े से बड़ा अपराध करने पर भी उन्हेे बचाने का ही प्रयास किया जा रहा है। पुलिस का यही जिहादी प्रेम लोगों को भयभीत कर रहा है। क्योंकि न्याय की प्रथम आशा पुलिस से ही होती है, लेकिन पुलिस पक्षपाती हो गई है। इसलिए हिन्दू समाज डरा हुआ है। निरंकुश पुलिस प्रशासन के द्वारा हो रहे अत्याचार और जिहादी प्रेम की कार्यशैली के खिलाफ एक बड़े आंदोलन की आवश्यकता है। बैठक में हिन्दू रक्षा के पदाधिकारी संकेत कटारा ने बताय की पिंकी चौधरी के ऊपर लगायी गयी धाराओं में गाजियाबाद से ही जमानत मिल सकती थी लेकिन, गाजियाबाद प्रशासन की गलत रिपोर्ट और मैनेजमेंट के कारण जमानत खारिज की गई है। हिन्दू युवा वाहनी के जिला अध्यक्ष आयुष त्यागी ने बताया कि अधिकारी हिंदूवादियों को विश्वास में लेकर दूसरे हिन्दुओं पर कार्यवाही करते हैं इससे हम सब हिन्दुओ को सावधान रहने की आवश्यकता है और अधिकारियों पर विश्वास करने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। बैठक में ऐसे तमाम मामलों पर चर्चा हुई जिसमें पुलिस द्वारा हिंदूवादियों के खिलाफ कार्यवाही हुई है या जिहादियों को प्रभाव वश छोड़ कर पीड़ितो पर कार्यवाही हुई है। अगले सप्ताह सारे संगठन गाजियाबाद कलेट्रेट का घेराव करेंगे और यदि यहां कोई बात नही सुनी जाती है तो हजारों की संख्या में जमा होकर सारे मामलों को फाइल लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलेंगे। बैठक में विश्व हिन्दू परिषद, हिन्दू युवा वाहनी, धर्म रक्षक, हिदू रक्षा दल, हिन्दू स्वाभिमान, धर्म रक्षक गुर्जर महासंग, गऊ रक्षा दल आदि 20 से ज्यादा संगठनों के पदाधिकारी और हजारों कार्यकर्ता मौजूद रहे। जिनमें मुख्य रूप से यति रणसिंहानंद महाराज, यति निर्भयानंद महाराज, वेद नगर, अनिल मावी, नवीन गौतम, राजू पंडित जी, मोहित बजरंगी, लव पंडित, विकास सैनी, राहुल बजरंगी, गौरव  ठाकुर, रमन, अरुण त्यागी, बॉबी त्यागी, अमित त्यागी, सौरभ पंडित, लोकेश यादव, सुदेश यादव आदि मौजूद रहे।