मास को-ऑपरेशन एनजीओ ने खोली हरियाणा पुलिस की पोल

गाज़ियाबाद। हरियाणा सरकार के मुखिया लाख दावा कर ले लेकिन भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में विफल है । हरियाणा में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है एक भृष्ट पुलिस कर्मी एवं हत्या कराने के दोषी को बचाने में भिवानी पुलिस के आला अधिकारी लगे हुए हैं।

मास को-ऑपरेशन एनजीओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष तौसीफ हाशमी ने बताया कि थाना तोशाम जिला भिवानी क्षेत्र के अंतर्गत 5 जुलाई को सुरेन्द्र नामक व्यक्ति की हत्या उसकी पत्नी ने साजिश के तहत कराई थी ।जिसने अपने जेट एवं सुकरम पाल नाम के व्यक्ति के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था । सुकरम पाल ने जनपद मेरठ उत्तर प्रदेश के दो लोगों से इस मामले में मदद ली थी।

  भिवानी क्राइम ब्रांच के सुभाष चंद्र एवं अन्य पुलिसकर्मियों द्वारा जांच कर मृतक की पत्नी श्रीमति रेखा एवं जेठ सहित दो अन्य व्यक्तियों को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया जिसमें मेरठ से गिरफ्तार आरोपी आकिब के पिता साजिद ने आरोप लगाया कि उसके पुत्र ने उसको बताया था कि भिवानी में हत्या करने की सुपारी बागपत निवासी सुकरम पाल द्वारा दिलाई गई थी लेकिन भ्रष्ट पुलिस ऑफिसर सुभाष चंद्र ने एक मोटी रकम लेकर सुकरम पाल को बचाने में अपनी अहम भूमिका निभाई और उसको आज तक गिरफ्तार नहीं किया गया जिसकी शिकायत साजिद द्वारा मुख्यमंत्री हरियाणा, डीजीपी, आईजी लॉयन ऑर्डर, एसपी भिवानी सहित सबसे की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई फिर पीड़ित साजिद ने मास को-ऑपरेशन एनजीओ नई दिल्ली में इसकी शिकायत की तो एनजीओ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री हाशमी ने इस संबंध में क्राइम ब्रांच के सुभाष चंद्र से बात की तो उनका कहना था कि डील कराना कोई अपराध नहीं है हत्या करना अपराध है ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि हरियाणा पुलिस में किस तरह भ्रष्टाचार फैला हुआ है जो की हत्या जैसे संगीन मामलों में भी पैसे लेकर मामला रफा दफा कर देते हैं और शिकायत के बाद भी सुभाष चंद्र पर कार्यवाही न करने वाले पुलिस अधिकारी भी इस घटना में बराबर के दोषी है।

श्री हाशमी द्वारा पुलिस के आला अधिकारियों से उक्त प्रकरण पर वार्ता की तो अब दिलीप सिंह सहायक पुलिस उपाधीक्षक द्वारा सुकरम पाल को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है जोकि क्राइम ब्रांच की मदद से अभी तक खुला घूम रहा था।