तीन दिवसीय 7वां इंटरनेशनल हेल्थ एंड वेलनेस एक्स्पो का हुआ समापन

नई दिल्ली।  नमो गंगे ट्रस्ट द्वारा 29 से 31 अगस्त 2024 तक प्रगति मैदान, दिल्ली मे आयोजित 7वां इंटरनेशनल हेल्थ एंड वेलनेस एक्स्पो का  आज समापन हुआ।  समापन पर  मुख्य अतिथि  के रुप में भारत सरकार के केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल पधारे एवं एक्सपो में लगे प्रदर्शनी का परिभ्रमण किया l इस अवसर पर नमो गंगे ट्रस्ट के चेयरमैन विजय शर्मा, पंकज त्रिपाठी एवं सभी ट्रस्टी मौजूद थे।

केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने कहा कि  अपनी जीवन शैली को नियंत्रित कर हमें अपने स्वास्थ्य को सर्वोपरि रखना चाहिए। बीमार होने पर ईलाज पर खर्च करने से ज्यादा जरूरी है बीमार ना होने पर ध्यान देना। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन एवं स्वस्थ मन से स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण होता है। हम सभी के स्वस्थ जीवन में आयुर्वेद का महत्त्वपूर्ण भूमिका है । चिकित्सा की सबसे पौराणिक पद्धति है आयुर्वेद एवं आयुष ।वर्तमान सरकार इसपर काफी काम कर रहा है एवं आने वाले समय में आयुर्वेद का उज्ज्वल भविष्य है l उन्होंने कहा कि आयुर्वेद अपनाकर आप बीमारी से दूर रह सकते हैं।

एक्स्पो के समापन पर आरोग्य संगोष्ठी को भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के सलाहकार ( आयुर्वेद) डॉ. मनोज नेसरी एवं भरात सरकार के आयुष मंत्रालय के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद की निदेशक प्रो. डॉ. तनुजा मनोज नेसरी ने सम्बोधित किया।

7वें इंटरनेशनल हेल्थ एंड वेलनेस एक्सपो  के समापन  पर आयुष संगोष्ठी को संबोधित करते हुए भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की निदेशक प्रोफेसर डॉ. तनुजा मनोज नेसारी ने कहा कि आयुर्वेद को विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पारंपरिक चिकित्सा के साथ एकीकृत किए जाने की जरूरत है । उन्होंने कहा कि "चिकित्सा का भविष्य दवा के बिना उपचार  है" ( फ्यूचर ऑफ मेडिसिन इज नो मेडिसिन) । चिकित्सा का भविष्य अनुप्रयोग विकसित करने से पहले बुनियादी विज्ञान को समझने में निहित है। वह मानकीकृत प्रोटोकॉल बनाने के लिए पारंपरिक चिकित्सा के पूरक, प्रथाओं के पीछे अनुसंधान तंत्र के महत्व पर प्रकाश डालने की जरूरत  है। यह एकीकृत दृष्टिकोण अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की बीमारी से कल्याण की ओर और खुशी की ओर बढ़ने के दृष्टिकोण का निर्माण करता है।

भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के सलाहकार ( आयुर्वेद) डॉ. मनोज नेसरी ने कहा कि लोगों की जीवन शैली को बदलने के लिए एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने एवं इन क्षेत्रों से जुड़े प्रोफेशनल्स एवं उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए इंटरनेशनल हेल्थ एवं वेलनेस एक्स्पो जैसे और भी एक्सपो की जरूरत है। नमो गंगे ट्रस्ट ने बहुत ही सराहनीय काम किया है।

 डॉ. मनोज नेसारी ने स्वास्थ्य क्षेत्र में हुए महत्वपूर्ण बदलावों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्रेय देते हुए कहा कि अब इस क्षेत्र में काफी प्रगति एवं नवाचार हो रहे हैं। वर्ष 2017 की राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति, साथ ही आयुष क्षेत्र में बढ़ा हुआ निवेश इसका प्रमुख उदाहरण है। कोविड-19 महामारी ने आयुष को एलोपैथिक चिकित्सा के साथ सहयोग करने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया।  आयुष ने विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी पहलुओं पर काम करने के लिए आईआईटी, सीएसआईआर, डीएसटी और डीबीटी के साथ भी साझेदारी की ।

एक्सपो  में  प्रदर्शनी के लिए केन्द्र सरकार, राज्य सरकार एवं विभिन्न बोर्ड एवं संस्थानों के  आयुर्वेद, हार्टिकल्चर, वेलनेस आदि से जुड़े 91 स्टॉल  लगाए गए थे, जिनमें सीएसआईआर, एमडीईएस, आईसीएआर, एनआरडीसी, सीडीबी, राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड और उत्तराखंड वन संसाधन प्रबंधन-जेआईसीए जैसे प्रमुख संगठनों  के स्टॉल थे।

7वां इंटरनेशनल हेल्थ एंड वेलनेस एक्स्पो भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुष का सबसे बड़ा एक्सपो है । आयुष को जन जन तक पहुँचाने के लिए नमो गंगे विगत 10 वर्ष से कार्य कर रही है । एक्सपो में केंद्रीय मंत्री,   देश के पद्मश्री, पद्म विभूषण डॉक्टर्स सहित कई जाने माने हस्तियां  शिरकत  किया। तीन दिवसीय एक्स्पो में आयुष के विद्वानों की देख रेख में तीन दिवसीय आरोग्य संगोष्ठी में हजारों की संख्या में छात्र छात्राएं शामिल हुए। आयुष विश्व विद्यालयों के साथ ही NIOS भी  हिस्सा लिया।आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ आयुर्वेद की डारेक्टर के साथ ही छात्र भी यहां उपस्थित रहे।