गाजियाबाद। जीपीए ने आज निशुल्क एवम अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के तहत चयनित बच्चो के दाखिलों के लिय जिलाधिकारी कार्यालय पर सुबह 10 बजे से धरना शुरू कर दिया है। लगभग 2 बजे के आसपास एडीएम सिटी गंभीर सिंह ने धरने पर बैठे जीपीए के पदाधिकारियों और अभिभावकों के साथ मीटिंग की और कहा कि आप जिला प्रशासन को एक दिन का समय दे, कल जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आरटीई के दाखिलों के लिय स्कूलों के साथ सख्ती से मीटिंग की जाएगी और सभी बच्चो का दाखिला सुनिश्चित कराया जायेगा और अगर कोई स्कूल दाखिला लेने में आनाकानी करेगा तो उस पर तत्काल कार्यवाई की जाएगी मीटिंग में सभी पेरेंट्स ने अपनी पीड़ा एडीएम सिटी को बताई की किस प्रकार पिछले 5 महीने से स्कूल उनको चक्कर कटा रहे है और बेसिक शिक्षा अधिकारी कुछ नही कर पा रहे । एडीएम सिटी के अनुरोध और आश्वासन पर धरना अगले निर्णय तक स्थगित कर दिया गया।
धरने में बड़ी संख्या में आरटीई के अभिभावक और बच्चे शामिल है यहां आपको बता दे की मार्च माह से प्रारंभ हुई आरटीई की चार चरणों की लाटरी में लगभग 6200 बच्चो का चयन हुआ था। लेकिन 5 महीने बीत जाने के बाद भी दाखिलों का आंकड़ा 50% को नही छू पाया है अभिभावक लगातार स्कूल और अधिकारियो के चक्कर लगा रहे है। लेकिन कोई सुनवाई अधिकारियो द्वारा नही की जा रही है।
जिसके कारण आज गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन को गरीब बच्चो को शिक्षा का अधिकार दिलाने के लिए धरने पर बैठने को विवश होना पड़ा हालाकि जीपीए द्वारा शासन और प्रशासन को पहले ही दे दी थी अब देखना यह है की आरटीई के गरीब बच्चों के अभिभावकों और गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन का यह धरना अधिकारियो और सरकार पर कितना असर डालता है।
इस मौके पर अनिल सिंह , सत्यपाल चौधरी , राजू सैफी, धर्मेंद्र यादव, साधना सिंह , अरुण त्यागी , नरेश कुमार , कोशल ठाकुर , राहुल कुमार , नीलम , अनिल कुमार , गौरव कुमार , अकील खान , राजन ,भूपेंद्र नाथ ,बबिता , ज्योति , शालू , विपिन कुमार ,मनीष , गोपाल कृष्ण , कौशलेंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे।