मुरादनगर(मनीष गोयल)। यहां गंग नहर स्थित शनि मंदिर घाट पर कई दिन पहले प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने के नाम पर नहर के किनारे लगे खोके, शनि मंदिर के पास बनी अस्थाई दुकान को तोड़फोड़ दिया, साथ ही यात्रियों के लिए बनाए गए टीनशेड को भी तोड़फोड़ कर सब कुछ तहस नहस कर दिया।
इस बारे में लोगों ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रशासनिक कार्रवाई पर प्रश्न चिन्ह लगाया है। लोगों का कहना है कि कई दिन पूर्व घाट पर महिलाओं के लिए बनाए गए चेंजिग रूम के ऊपर कैमरा लगे लगा होने की शिकायत पर पुलिस ने महंत के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की थी और घाट पर तोड़फोड़ की थी।
अतिक्रमण हटाए जाने के नाम पर नहर के पास बनी छोटी-छोटी दुकानों को उजाड़ दिया गया। घाट पर स्नान करने वालों की सुविधा के लिए आम लोगों के सहयोग से बनाए गए टीनशेड को तोड़ने की क्या आवश्यकता थी? यात्री यदि शेड के नीचे खड़े होकर धूप बरसात आदि से बचाव करते थे तो इसमें कौन सा गलत काम था? घाट के पास लगे बैठने के स्थान को भी तोड़ दिया गया, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी हुई है। महंत के खिलाफ यदि कोई शिकायत है उसको गिरफ्तार कर आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए। परंतु स्नान करने वालों के लिए मनाए गए लंबे चौड़े शेड, पेयजल व्यवस्था, कूलर, पूजा सामग्री स्थल, फर्नीचर आदि की तोड़फोड़ किया जाना अत्यंत निंदनीय है। हजारों की संख्या में यहां आने वाले श्रद्धालु घाट पर हुई तोड़फोड़ को देखकर अत्यंत दुखी है। उल्लेखनीय है की गंग नहर पर मृतक कर्म एवं अनुष्ठान करने वाले नित्य आते रहते हैं। ऐसे में उनको होने वाली परेशानी का भी ध्यान नहीं रखा गया। प्रशासन यात्रियों को सुविधा देने के बजाय आम लोगों द्वारा दी गई सुविधा को भी समाप्त करने पर उतारू हो गया। प्रशासन की इस कार्यवाही से आमजन में रोष है।