गाज़ियाबाद। रामलीला मैदान राजनगर एक्सटेंशन में आयोजित भव्य एवं विशाल संगीतमय श्री राम कथा के चतुर्थ दिवस विख्यात कथा वाचक सुनील कौशल जी महाराज ने कहा की धार्मिक मूल्यों की पुनर्स्थापना करने एवं अधर्म का विनाश करने हेतु ही श्रीराम धरा पर अवतरित हुए। जीवन की हर समस्या का समाधान श्रीरामचरितमानस में निहित है। श्रीरामचरितमानस केवल एक साधारण ग्रंथ मात्र नही अपितु जीवन को सही तरीके से जीने का ढंग सीखाने वाली आचार संहिता है। कमजोर होती पारिवारिक व्यवस्था पाश्चात्य संस्कृति के दुष्प्रभाव का परिणाम है। पाश्चात्य दर्शन संसार को बाजार मानता है जबकि भारतीय दर्शन संसार को परिवार मानता है।
अखण्ड भारत मिशन पंजी के द्वारा आयोजित श्री राम कथा में आयोजन समिति के अध्यक्ष अश्विनी शर्मा एवं महामंत्री दर्शन अग्रवाल ने आगंतुकों का स्वागत किया जबकि संचालन कार्यक्रम के मुख्य संयोजक राष्ट्रीय कवि वैभव शर्मा ने किया।
श्री राम कथा के चौथे दिवस हापुड़ से पधारे कवि विकास त्यागी के ओजपूर्ण काव्य पाठ ने श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया, साथ ही विश्व हिन्दू परिषद के वरिष्ठ पदाधिकारियों प्रान्त मंत्री राजकुमार डूंगर, महानगर अध्यक्ष आलोक गर्ग, संगठन मंत्री मनीष शिशोदिया, विवेक गोस्वामी सह मंत्री, महानगर संयोजक बजरंग दल गौरव सिंह, निखिल त्यागी सचिन, मनीष, पंकज, अमन की गरिमामयी उपस्थिति रही, विशेष रूप से उपस्थित गण रंगनाथ अग्रवाल, मंजू अग्रवाल, सुनील गर्ग ,गीता गर्ग, बी के शर्मा , कैलाश गोयल, रोहिणी सेठ, दीपा सिरोही, निखिल त्यागी, सुनील वार्ष्णेय,प्रिया राठी,गौरव विश्नोई, संजय तरिका, शुभम गर्ग, कल्पना दुबे, संतोष पुरोहित , प्रहलाद शर्मा, डी के शर्मा आदि सहित सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने श्रीराम कथा का श्रवण किया।