गाज़ियाबाद। यति सन्यासियो के आमरण अनशन स्थल पर शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी ने प्रेस को सम्बोधित किया।
उन्होंने पुलिस द्वारा आमरण अनशनरत सन्यासियो के टेंट उखाड़ने को बहुत ही बचकानी और ओछी हरकत करार दिया।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री वी के सिंह के अहंकार और अधिकारियों की नासमझी हमे हमारे बलिदान के लिये मजबूर कर रही है।अगर मेरी मृत्यु निश्चित है तो मैं कीड़े मकोड़े की मौत नहीं मरूँगा बल्कि आगे बढ़कर अपना बलिदान दूँगा।वी के सिंह जी बहुत आसानी से थोड़ा सा बड़ा दिल दिखा कर यति सन्यासियो से बात करके सारे मामले को खत्म कर सकते थे परंतु वो पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के माध्यम से यति सन्यासियो को कुचलने पर आमादा हो गए।इस स्थिति को स्वीकार नहीं किया जा सकता।हम स्वतंत्र नागरिक है,कोई गुलाम नहीं। शांतिपूर्ण धरने प्रदर्शन की स्वतंत्रता तो अंग्रेज भी देते थे।अंग्रेजों के बाद कांग्रेस, सपा,बसपा आदि सभी राजनैतिक दलों ने नागरिकों की इस स्वतंत्रता को नहीं छीना तो ये कैसे छीन सकते हैं?
उन्होंने यह भी कहा कि हमारे शिष्य बिल्कुल शांतिपूर्ण तरीके से केंद्रीय मंत्री जी के आवास पर ज्ञापन लेकर गए थे।केंद्रीय मंत्री जी के कर्मचारियों ने ज्ञापन लेने से मना कर दिया।अगर उनके कर्मचारी ज्ञापन ले ही लेते और कुछ आश्वासन दे देते तो ये सब नहीं होता परन्तु इसके स्थान पर उन्होंने हमें अधिकारियों के द्वारा डराना और धमकाना शुरू कर दिया।मंत्री जी अच्छी तरह समझ ले कि अगर हम डरने वाले होते तो इस्लाम के जिहाद से लड़ते ही क्यों?
प्रेस वार्ता में यति रामस्वरूपानन्द जी ने कहा कि अगर पुलिस प्रशासन हमे शांतिपूर्ण अनशन नहीं करने देगा तो हम योगी जी के आवास पर सामुहिक अग्निसमाधि ले लेंगे।
यति सन्यासियो ने तय किया कि अगर सरकार हमे कुचलने पर ही आमादा है तो जम कर संघर्ष करना ही चाहिये।एक बार योगी जी को अपनी शक्ति और दिलेरी से परिचित करवाना ही पड़ेगा।अब योगी जी के आवास पर प्रचण्ड प्रदर्शन करना ही पड़ेगा।इस प्रदर्शन के लिये उन सभी हिन्दू संगठनों से सहयोग मांगा जाएगा जो समय समय पर यति सन्यासियो से सहायता लेते रहते हैं।