बुलंदी सेवा समिति अंतर्राष्ट्रीय द्वारा दुनिया का सबसे बड़ा कवि सम्मेलन 10 जनवरी 2024 से 16 जनवरी तक जूम एप्लीकेशन के द्वारा बुलंदी के मुख्य पटल से प्रसारित हो रहा है। बुलंदी अंतर्राष्ट्रीय द्वारा अनवरत अविराम काव्य के महायज्ञ का आज द्वितीय दिवस है विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में हिंदी की वैश्विक यात्रा ’बुलंदी पर हिंदी’ नामक कवि सम्मेलन का वर्चुअल आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम अपनी भव्य सफलता के साथ हॉवर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड लंदन द्वारा विश्व रिकॉर्ड में भी दर्ज किया जाएगा।
उक्त कार्यक्रम में काव्य पाठ हेतु संस्था के संस्थापक अंतरराष्ट्रीय कवि बादल बाजपुरी एवं संरक्षक अंतरराष्ट्रीय कवि पंकज प्रकाश द्वारा दिल्ली से कवयित्री गायत्री शर्मा ’गुंजन ’ जी को आमंत्रित किया गया है ।
गौरतलब है कि बुलंदी संस्था ने वर्ष 2021 और 2022 में 207 घंटे और 400 घंटे अनवरत वर्चुअल कवि सम्मेलन आयोजित करवाकर दो बार विश्व वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है जिसे इंडिया वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज किया गया , संस्था के संस्थापक बादल बाजपुरी जी ने एक साक्षात्कार में यह जिक्र किया कि कोई भी रचनाकार डायरी के पन्नो में सिमटकर ना रह जाए बड़े बड़े मंचो से नवोदित रचनाकारों का भ्रूण हत्या ना हो उन्हे एक ऐसा पटल मिले जिसमे उनकी प्रतिभा उजागर हो साथ ही वरिष्ठ रचनाकारों लेखकों कवियों और कवयित्रियों को उचित सम्मान प्रदान करने हेतु संस्था एक बड़े मिशन को लेकर चल रही है।
इस गौरवशाली क्षण में साहित्य जगत में एक वृहद , विशाल आयोजन दुनिया भर के लिए मिसाल होगा। हमारी भाषा हिंदी नित उन्नति के शिखर को छूते हुए विदेशों में भी परचम लहराए इसी कामना के साथ बहुत ही कम समय में संस्था ने विश्व रिकॉर्ड बनाने में कामयाबी हासिल किया है वहीं दूसरी तरफ वर्चुअल कार्यक्रम में जुड़ने वाले प्रतिभागियों में हर्ष और खुशी का माहौल व्याप्त है। अर्धरात्रि में भी जुड़ने वाले प्रतिभागियों एवम संचालक मंडल का उत्साह देखते ही बनता है । बादल बाजपुरी जी का एक गीत हम रहें या ना रहें पर बुलंदी की शान हमेशा बरकरार रहे वर्चुअल पटल पर छाया रहा!
" कृतियों का अभिमान बनेगी श्रम का गौरव गान बनेगी ।
कहने भर की नही बुलंदी , सूरज सी है इसकी बिंदी ।
*जय बुलंदी जय बुलंदी जय बुलंदी जय बुलंदी " ।
कार्यक्रम के द्वितीय दिवस भी हार्वर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम लगातार नजरे बनाए हुए हैं और अपने पटल पर बुलंदी के न्यूज कवरेज को साझा करते नजर आए। जो की विश्व पटल पर भारत के लिए गौरवशाली क्षण माना जा है।