गाज़ियाबाद। शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने सन्यासियों के रक्त से इजरायल के प्रधानमंत्री श्री बेंजामिन नेतन्याहू को पत्र लिख कर उसने उन्हें उनकी लड़ाई में सम्मिलित करने की प्रार्थना की।यह रक्तलिखित पत्र महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज स्वयं कल दिनांक 17 अक्टूबर 2023 को इसराइली दूतावास को जाकर सौपेंगे।
रक्तलिखित पत्र में इजरायली प्रधानमंत्री को मित्र की तरह सम्बोधित करते हुए उन्होंने लिखा कि उनके लिये ये बहुत दुखद है कि वो इस संकट की घड़ी में इजरायल के लोगो के लिये प्रार्थना करने से ज्यादा कुछ भी नही कर पा रहे हैं।
उन्होंने यह भी लिखा कि वो अच्छी तरह जानते हैं कि इजरायल के लोग एक ऐसी लड़ाई लड़ रहे हैं, जो उन पर जबर्दस्ती थोपी गयी है।यह एक अंतहीन लड़ाई है जो इस्लाम के जिहादियों ने सम्पूर्ण मानवता पर थोप रखी है।इस्लाम के जिहादी नए नए रूपों में और नए नए बहानो के साथ ये लड़ाई रोज किसी ना किसी पर थोपते रहेंगे।निकट भविष्य में सम्पूर्ण विश्व मे कोई भी गैर मुस्लिम इस लड़ाई से बचा नही रहेगा।हम इस लड़ाई को इजरायल के साथ मिलकर लड़ना चाहते हैं।हम चाहते है कि इस लड़ाई में उनका देश इजरायल हमें हमारी धार्मिक आस्थाओ के साथ स्वीकार करे और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू हमे इजरायल में बसने की अनुमति प्रदान करें।युद्धकाल में हम उनकी सेना के साथ मिलकर लड़ेंगे और शांति में इजरायल के विकास और समृद्धि में योगदान देंगे।हम बस ये चाहते हैं कि *इस्लामिक जिहाद* नाम के मानवता के सबसे बड़े और भयानक खतरे को जड़ से मिटा दिया जाए।
उन्होंने उन्हें चेतावनी देते हुए यह भी लिखा कि यदि इस्लाम के जिहाद को सम्पूर्ण पृथ्वी से नहीं मिटाया गया तो इस्लाम का ज़िहाद सम्पूर्ण पृथ्वी से मानवता को मिटा देगा।
उन्होंने पत्र में यह आशा जताई कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू गम्भीरता से उनकी बात पर विचार करेंगे।
पत्र लिखते समय महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज के साथ अनिल यादव,यति रामस्वरूपानंद जी,यति रणसिंहानंद, यति रणविजयानंद, यति आत्मानंद, यति यतींद्रानंद, यति सत्यानन्द, बृजमोहन सिंह तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।