गाजियाबाद। संजय नगर स्थित सेक्टर 23 के निवासी बच्चों ने भी श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया।
जिसमें छोटे छोटे बच्चों ने श्री कृष्ण भगवान व श्री राधा रानी की सुन्दर-सुन्दर झाँकी बनाकर नाच गा कर खूब आनंद लिया। इसी के साथ बच्चों ने नारा लगाया -
'हाथी घोड़ा पाल की जय कान्हियाँ लाल की'
जन्माष्टमी पर्व के बारे में ऐसा बताया जाता है कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म मथुरा कारावास में हुआ था, देवता होने के कारण उनमें प्रबल शक्ति थी। राक्षस कंस को ये आकाशवाणी के माध्यम से ज्ञात हो चुका था कि देवकी की आठवीं सन्तान उसकी मृत्यु का कारण बनेगी।
इस कारण अनेको नवजात बच्चों की हत्या कंस ने कराई। किन्तु जिसका विनाश निश्चित है उसे नहीं रोका जा सकता। भाद्रपद कृष्णपक्ष की अष्टमी को श्री कृष्ण का जन्म हुआ और उसी रात उनके पिता श्री वासुदेव ने उन्हें मां यशोदा के पास पहुंचाया। जहां श्री कृष्ण का लालन-पालन माता यशोदा ने किया। जबकि उनकी जन्मदात्री माता देवकी थी। भक्तों के रक्षा के लिए भगवान विष्णु ने भगवान कृष्ण का अवतार लिया। जगत की रीत है कोई ऐतिहासिक कार्य होता है तो वे प्रतिवर्ष उसे बड़े ही हर्षोल्लास से महोत्सव के रूप में मनाते हैं।