गाजियाबाद। जीपीए के शास्त्रीनगर स्थित कार्यालय पर अध्य्क्ष सीमा त्यागी के नाम राजकीय बालिका इंटर कॉलेज ,नंदग्राम के कर्मचारी की गुमनाम चिट्ठी आई, जिसमे जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा नोकरी से निकाले जाने के डर से शिकायत पत्र भेजने वाले ने नाम नही लिखा है।
इस चिट्ठी में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज के कर्मचारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक पर निजी स्कूलों से पैसा लेने सहित महिला पर शोषण के संगीन आरोप लगाए है। कर्मचारी द्वारा इस चिट्ठी में अपना नाम नही खोला है आरोप लगाने वाले कर्मचारी द्वारा चिट्ठी में कहा गया है कि अगर उसने नाम खोला तो जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा उसकी सेवाएं समाप्त कर दी जाएगी और उसका परिवार भुखमरी के कगार पर आ जायेगा । ऐसा ही नही कर्मचारी द्वारा डीआईओएस पर आरोप लगाए गए है बल्कि अभिभावको द्वारा भी समय समय पर निजी स्कूलों से मिलीभगत के आरोप लगाए जाते रहे है। गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन के सचिव अनिल सिंह ने कहा कि जब हमने गाजियाबाद के डीआईओएस की कुंडली खंगाली तो पता चला उत्तर प्रदेश सरकार के शिक्षा विभाग में शिक्षा सचिव (माध्यमिक) के पद पर रहे दिनेश चंद्र कन्नौजिया के रिश्तेदार है और माध्यमिक शिक्षा मंत्री के नजदीकी है इसलिये इन पर कोई भी अधिकारी कार्यवाई की हिम्मत नही दिखा पता है अपने राजनीतिक और रिश्तेदारी रसूख एवम मोटी रकम का प्रयोग कर नियम के विरुद्ध इन्होंने अपना तबादला गाजियाबाद करा लिया, इतना ही नही ये इसी रसूख का फायदा उठा मेरठ में भी लंबे समय तक बने रहे और अब गाजियाबाद के निजी स्कूलों को खुलकर सपोर्ट कर रहे है ये इन्ही का ही प्रभाव है कि कोर्ट के आदेश को आये 9 महीने बाद भी निजी स्कूलों ने 15 प्रतिशत फीस वापस नही की गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्य्क्ष सीमा त्यागी का कहना है की हमने जिलाधिकारी से डीआईओएस पर चिट्ठी में लगे संगीन आरोप की जांच कर कार्यवाई की मांग की है, हम उम्मीद करते है कि जिलाधिकारी निष्पक्ष जांच कर शासन से इनके तबादले की संतुति करेगे । इस मौके पर कौशल ठाकुर ,अनिल सिंह , नरेश कुमार , धर्मेंद्र यादव , कौशलेंद्र सिंह ,विवेक त्यागी आदि सदस्य मौजूद रहे।