नई दिल्ली। समाज कल्याण फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेन्द्र बच्चन ने कहा है कि भ्रष्टाचार की जड़ें बहुत गहरी हैं। मोदी सरकार अगर पूरी ईमानदारी के साथ भ्रष्टाचार खत्म करना चाहती है तो पत्रकारों को और अधिकार देने होंगे। किसी भी प्रकार के डर-भय और दबाव की राजनीति से उन्हें मुक्त रखना होगा।
बच्चन संगठन के भ्रष्टाचार विरोधी प्रकोष्ठ को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, केन्द्र हो या प्रदेश सरकार, हर विभाग के लिए बजट बनता है लेकिन पत्रकार हितों की रक्षा के लिए किसी को चिंता नहीं रहती। बढ़ती महंगाई और रिश्वतखोरी पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि आज शायद ही ऐसा कोई महकमा बचा है जहां के ज्यादातर अधिकारी और कर्मचारी भ्रष्टाचार में न डूबे हों। शहर-नगर हर जगह पैसों का खेल चलता है। मोदी सरकार के आने के बाद तमाम कार्य ऑन लाइन हो गए, इसके बावजूद रिश्वतखोरी बंद नहीं हुई है। पुलिस हो प्रशासन, बिना लेन-देन के आज भी कहीं काम नहीं होता। जरूरत है इन्हें बेनकाब करने की। और यह कार्य पत्रकारों से बेहतर और कोई नहीं कर सकता।
जितेन्द्र बच्चन ने कहा, लेकिन इसके लिए पत्रकारों को और अधिकार देने होंगे। मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त पत्रकारों के बीच का भेदभाव मिटाना होगा। लेखकों, लोक गायकों, कवियों और पत्रकारों पर किसी तरह की बंदिश लगाने का मतलब है कि सरकार अभिव्यक्ति की आजादी पर भी पहरा बिठाना चाहती है। लोकतंत्र के लिए यह अच्छी बात नहीं है।