गाज़ियाबाद। मोदीनगर के निकट शेरपुर गांव निवासी डॉ अमित चौधरी ने पेड़ पौधों की सूखी पत्तियों से पशु पक्षियों के चित्र बनाकर कला का बेजोड़ नमूना प्रस्तुत किया है। डॉ अमित चौधरी एक प्रयोग धर्मी कलाकार हैं। वह कला में नित्य नए-नए प्रयोग करते रहते हैं। इसी का एक नया उदाहरण पेड़ की सूखी पत्तियों को चिपका कर कला का एक नया नमूना प्रस्तुत किया है तथा सूखी पत्तियों से गाय व तोते की सुंदर कलाकृति बनाई है। डॉ अमित चौधरी ने कनेर गुलाब पीपल सदाबहार मनी प्लांट की सूखी पत्तियों का अपनी कलाकृति में प्रयोग किया है तथा इस कलाकृति के माध्यम से समाज के लोगों को प्रकृति से जुड़े रहने का संदेश दिया है तथा बताया कि प्रकृति स्वयं में एक सुंदर कलाकृति है तथा हमें इसकी सुंदरता को नजदीक से जानने व परखना अत्यंत आवश्यक है। तभी हम एक स्वच्छ वह हरे भरे माहौल में अपना जीवन व्यतीत कर सकते हैं। इसके अलावा डॉ अमित चौधरी ने लिखने वाली चौक पर नक्काशी करके सुंदर मूर्तियां बनाई है।
चावल के दाने पर लैंडस्केप व सरसों के दाने पर हाथी का चित्र बनाया है। इनकी इस अनोखी कला पर विभिन्न संस्थाओं के द्वारा इनको पुरस्कृत किया जा चुका है। देश के विभिन्न महानगरों में वह अपनी कलाकृतियों की प्रदर्शनी लगा चुके हैं। जिसमें लोगों ने इनकी कलाकृति को काफी सराहा।
वर्तमान में डॉक्टर अमित चौधरी श्री हंस इंटर कॉलेज मुरादनगर में कला अध्यापक के पद पर कार्यरत है तथा छात्र-छात्राओं को कला की बारीकियां सिखा कर कलाकारों की एक नई पीढ़ी तैयार करने में प्रयत्नशील है। साथ ही एनसीसी ऑफिसर के पद पर रहकर एनसीसी कैडेट में राष्ट्रीय एकता, अनुशासनज़ राष्ट्रप्रेम, एकता का गुण विकसित करने में लग्नशील है। जिससे कि यही एनसीसी कैडेट कल एक अच्छे नागरिक बन राष्ट्र की सेवा कर निर्णय राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका अदा कर सकें।