गाज़ियाबाद। आजकल पिछले कुछ माह से गाजियाबाद के चौराहों पर सफेद वर्दी पहने ट्रैफिक पुलिस के पुलिस वाले हर चौराहे पर दो से चार की गिनती में खड़े हैं वह ट्रैफिक की तरफ कम और चालान काटने की तरफ ज्यादा ध्यान दे रहे हैं ऐसा आम देखा जा सकता है। यह कहना है समाजसेवी सरदार मंजीत सिंह का।
उन्होंने आगे कहा कि आप घर से निकलते हैं तो यह मालूम नहीं कि रात को 15 सो रुपए का चालान का मैसेज आपके मोबाइल पर आ जाए।
पूर्व में इस तरह का माहौल गाजियाबाद में नहीं था शहर में एक माननीय ट्रेफिक इंस्पेक्टर साहब होता था 8 सब इंस्पेक्टर ट्रैफिक हुआ करते थे। गाजियाबाद शहर में मोहन नगर या लाल कुआं पर ही ज्यादा चालान काटे जाते थे ,वह भी सिर्फ ज्यादातर ट्रकों के ओवरलोड का या हाईट ऊंची होने का या नो एंट्री इन्हीं सब को देखते हुए आम आदमी को कोई परेशानी नहीं होती थी।
मगर अब आम आदमी को गरीब आदमी को परेशानी हो रही है घर से निकलते ही ना जाने कब कौन मोबाइल वाला ट्रैफिक पुलिस मिल जाए और चालान काट दे।
अच्छा यह भी अच्छी बात है के चालान काटने वाला पुलिस बहस नहीं करता मोबाइल से फोटो खींचा और आपको जाने दिया शाम होते-होते मैसेज आपके मोबाइल में आ जाएगा।
इतने सख्त नियम शायद दिल्ली में भी नहीं है एक आम आदमी के कार के महीने में दो बार चालान हो जाए उसकी रोटी रोजी के बजट पर भी असर पड़ जाता है।
बहुत सारे लोग मेन सड़क के सामने इधर गलियों में रहते हैं। जैसे ही घर से निकलते हैं सामने इन्हीं लोगों से वास्ता पड़ता है और चालान मोबाइल पर ।
अभी एक-दो दिन पहले अखबारों में पढ़ा कि किसी भी भारतीय जनता पार्टी के नेता का चालान कटने पर चौकी इंचार्ज को सस्पेंड की मांग रखी गई।
अब यह मांग भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उठाई है मगर तकलीफ सबको है, अगर सत्ताधारी पार्टी के लोग उठाते हैं तो ज्यादा अच्छा है कुछ नियमों में छूट देनी चाहिए सरल होने चाहिए इस तरह आम आदमी की परेशानी बढ़ रही है।
जहां जाम लगा रहता है वहां ट्रैफिक पुलिस नजर नहीं आती है और उस जाम से अलग हटकर अगर कोई रॉन्ग साइड आ जाए तो मोबाइल वाले हमारे दोस्त खड़े रहते हैं।
आम लोगों की परेशानी को देख कर यह कह रहा हूं और चाहता हूं की ट्रैफिक पुलिस शाम से लेकर रात के 9:10 बजे तक मेरठ रोड के तिराहे पर जाम लगा रहता है, वहां कोई ट्रैफिक पुलिस नजर नहीं आती । इसी तरह और भी पॉइंट होंगे जा जाम लगा रहता है।
उन्होंने अधिकारियों से निवेदन किया है कि ट्रैफिक के नियम में कुछ सरलता लाएं ताकि आम लोग परेशानी से बच सके।