मुरादनगर। कांवड़ सेवा शिविर के लिए प्रशासन द्वारा घोषित एकल खिड़की व्यवस्था पूरी तरह से असफल सिद्ध हुई है।
श्रावण मास में हरिद्वार से जल लेकर आने वाले कांवड़ियों की सेवार्थ सेवा शिविरों की स्थापना की जाती है। प्रशासन द्वारा इस वर्ष थाना स्तर पर कावड़ शिविर के लिए स्वीकृति हेतु एकल खिड़की की घोषणा की गई थी। परंतु सेवा शिविर लगाने वालों का कहना है कि यह व्यवस्था पूरी तरह से असफल है। आयोजकों को स्वीकृति के लिए एसडीएम कार्यालय, पुलिस कार्यालय व बिजली विभाग के चक्कर अभी भी लगाने पड़ रहे हैं। इस पर भी कभी कोई अधिकारी समय पर नहीं मिलता, जिसके कारण आयोजकों को भारी परेशानी सो रही है। प्रदेश सरकार जहाँ कावड़ियों के स्वागत हेतु विभिन्न व्यवस्था कर रही है वहीं दूसरी ओर शिविर आयोजकों को भारी भागदौड़ के बाद भी परमिशन नहीं मिल रही है। लोगों ने मांग की है की सेवा शिविर के लिए बहुत सारी औपचारिकताओं को समाप्त कर शिविर लगाने की अनुमति दी जाए और शिविर के लिए बिजली व पानी की व्यवस्था निशुल्क कराई जाए।