नई दिल्ली। भारतीय कला संस्कृति पर्यटन के प्रचार प्रसार के लिए कार्य करने वाली देश की अग्रणी सामाजिक संस्था अवध आर्ट फैस्टिवल द्वारा देश की राजधानी दिल्ली के इंडिया हैविटेट सेंटर में संस्था के चौथे संस्करण का आयोजन 21-28 फरवरी 2022 के बीच होने जा रहा है।इस बार के अवध आर्ट फैस्टिवल में देश के 10 से ज्यादा राज्यों के सैकड़ो वरिष्ठ कला प्रेमी अपनी कला के माध्यम से इस कला फैस्टिवल में कला प्रदर्शित करने जा रहे हैं । अवध आर्ट फैस्टिवल के फाउंडर अरका प्रधान जी ने प्रताप किरण न्यूज से विशेष वार्ता में बताया कि हमारी कला संस्कृति दुनिया की प्राचीन संस्कृतियों में प्रमुख स्थान रखती है भारतीय कला संस्कृति प्राचीन आदर्श सिद्धांत को आज भी ग्रहण किए हुए है इसकी निरंतरता इसकी ताकत है। विश्व की अनेक संस्कृति समय के साथ लुप्त हो गयी लेकिन विश्व बंधुत्व " सर्वे भवन्तु सुखिन: सर्वे सन्तु निरामया: सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित दुखभाग भवेत " सभी सुखी हो स्भी स्वस्थ रहे ऐसे विचार सिद्धांत के दर्शन ग्रहणशीलता मैत्री भाव ही भारतीय संस्कृति की विशेषता है ।
अवध आर्ट फैस्टिवल संस्था के मीडिया प्रभारी पंकज त्रिपाठी ने बताया कि दिल्ली सरकार , आर्मी वाइफ वेलफेयर एसोसिएशन, उत्साह, आईरिस, पृथ्वी गैलरी , सिटीजन फाॅर वेलफेयर स्टेट, प्रकाश शंकर फाउंडेशन जैसी संस्थाओं का सहयोग हमें प्राप्त हो रहा है।इसके साथ ही वरिष्ठ कला जगत के विद्वान गनेश पायने, पारितोष सेन , डाॅ अरूणा वासुदेव व फिल्म ऐक्टर दीप्ति नावल जी का सहयोग अवध आर्ट फैस्टिवल को प्राप्त हो रहा है । अवध आर्ट फैस्टिवल के कोर टीम में मुख्य रूप से रतन कौल शांतनु गांगुली रतनप्रिया कांत डाॅ इशिता चटर्जी डाॅ मुक्ता शर्मा रितु गोयल नीरज मित्रा मुकेश शुक्ला आशीष गौतम का विशेष सहयोग मार्गदर्शन अवध आर्ट फैस्टिवल को प्राप्त हो रहा है इसके लिए अवध आर्ट फैस्टिवल के फाउंडर अरका प्रधान ने सभी सहयोगी मित्रों के प्रति आभार प्रकट किया गया।