गाजियाबाद। जीपीए ने सोशल मीडिया के सबसे बड़े माध्य्म ट्विटर का सहारा लेते हुए देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जी से शिक्षा के व्यापार पर रोक लगाने सहित देश एवम प्रदेश के सरकारी स्कूलों को बेहतर करने की मांग उठाई है। अभिभवको ने स्लोगन लिखे पोस्टर लेकर शिक्षा के मुद्दे पर प्रधानमंत्री एवम मुख्यमंत्री जी का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया है।
जिसमे मोदी / योगी जी सुनो पुकार अभिभावको पर हो रहा अत्याचार , शिक्षा माफियाओ को लूट की छूट अगर सत्ता की मजबूरी है तो शिक्षा का मुद्दा चुनाव में उठाना अब जरूरी है ,अभिभावको का एक ही नारा सस्ती और सुलभ शिक्षा का अधिकार वापस दो हमारा के नारे सहित ट्वीटर के माध्य्म से आवाज उठाई है। अभिभावको का कहना है जब दिल्ली के सरकारी स्कूल बेहतर हो सकते है तो उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूल क्यो नही जीपीए की अध्य्क्ष सीमा त्यागी और सचिव अनिल सिंह ने कहा कि देश एवम प्रदेश के अभिभावक शिक्षा के बढ़ते व्यापार से त्रस्त है। प्रदेश सरकार निजी स्कूलों के दबाव में काम कर रही है जिसका जीता जागता उदाहरण कोरोना वैश्विक महामारी में देखने को मिला जब प्रदेश सरकार की तरफ से अभिभावको को कोई मदद नही मिली उल्टे निजी स्कूलों को पेरेंट्स से लूट की खुली छुट दी गई है।
प्रदेश के अभिभावक प्रदेश के सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने की मांग कर रहे है। जिससे कि पेरेंट्स को बेहतर विकल्प मिल सके अभिभावक चाहते है कि प्रदेश के प्रत्येक जिले में सीबीएसई से मान्यता प्राप्त सरकारी स्कूल खोले जाये इस कोरोना काल मे निजी स्कूलों की असलियत देख कर अभिभावक सरकारी स्कूलो की तरफ मुँह कर रहे है, अगर केंद्र सरकार एवम प्रदेश सरकार सरकारी स्कूलों को बेहतर सुविधाओ से सुसज्जित करने एवम इनका जीर्णोद्धार करने की दृढ़ इच्छाशक्ति दिखाए तो काफी हद तक निजी स्कूलों की मनमानी लूट पर लगाम लगाई जा सकती है और देश एवम प्रदेश के प्रत्येक बच्चे को सस्ती एवम सुलभ शिक्षा के अधिकार का सपना पूरा किया जा सकता है। गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन को उम्मीद है कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री एवम मुख्यमंत्री जी अभिभावको की मांग का सज्ञान ले देश के बच्चों के हित मे निर्णय लेंगे।